रोजमैंरी की खेती करना मुनाफे के साथ ही बेहतर स्वास्थ्य की चाबी भी है जानिये रोजमैंरी के फायदे

Table of Contents

अगर आप अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता, याददाश्त, एकाग्रता, पाचन शक्ति, न्यूरोलॉजिकल सुरक्षा और अपने शरीर में कैंसर जैसे रोगों से लड़ने की क्षमता विकसित करना चाहते हैं, तो यह आलेख आपके लिए है। अब आप अपने घर पर मामूली लागत व मेहनत पर आज के समय में मुफ्त में इनका फायदा उठा सकते हैं। किसान भाई भी अपनी खाली पड़ी भूमि अथवा इसकी खेती कर अतिरिक्त आय अर्जित कर सकते हैं।

इसके लिए आपको चाहिए एक छोटा सा गमला, थोड़ा सा मिट्टी, थोड़ी सी जैविक खाद, थोड़ा पानी और एक छोटा सा पौधा जिसका नाम है रोजमैंरी। अब आप कहेंगे कि यह क्या बकवास है भला? केवल एक पौधा लगाने से इतने बड़े-बड़े फायदे कैसे मिल सकते हैं? हम कहते हैं कि बिल्कुल मिल सकते हैं। इसके लिए आपको हमारे इस आलेख को अपना थोड़ा सा वक्त देकर पढ़ना होगा। हम आपको बतायेंगे कि रोजमैंरी का उपयोग कर आप कैसे इसके जबरदस्त फायदों का लाभ ले सकते हैं।

रोजमैरी एक सुगंधित, सदाबहार जड़ी बूटी पौधा है। जिसे अमूमन हर प्रकार की जलवायु में उगाया जा सकता है। यह पुदीना अर्थात (Mint) Lamiaceae परिवार का पौधा है। रोजमैंरी का प्रयोग स्वादिष्ट व्यंजनों में स्वाद बढ़ाने, चाय (ग्रीन टी) के रूप में तथा एक मसाले के रूप में भी किया जाता है। इसका तेल व अर्क भी तैयार किया जाता है जिसका उपयोग विभिन्न प्रकार की औषधि निर्माण तथा अन्य उत्पाद बनाने में किया जाता है।

रोजमैंरी में आयरन, कैल्शियमबिटामीन बी-6, एन्टीऑक्सीडेंट प्रचुर मात्रा में पायें जाते हैं, जो इसे अपने आप में खास बनाते हैं। इसके अतिरिक्त इसमें औषधीय गुण भी पाये जाते हैं, जिनका जिक्र हम इस आलेख में आगे करेंगे।

एक औषधि के रूप में रोजमैंरी का प्रयोग प्राचीन काल से ही प्रचलित है। जिसका प्रयोग पारम्परिक रूप से मांशपेशियों के दर्द को कम करने, याददाश्त को सुधारने, शरीरिक प्रतिरक्षा व संचार प्रणाली को बढ़ावा देने तथा बालों के विकास को बेहतर बनाने में किया जाता था।

रोजमैंरी के स्वास्थ्य लाभः

रोजमैंरी की पत्तियां छोटे आकार की लम्बी होती हैं और इसमें सफेद गुलाबी नीले या बैंगनी छोटे-छोटे फूल आते हैं। रोजमैरी का प्रयोग करने के कई स्वास्थ्य लाभ हैं, जिसमें से कुछ निम्न प्रकार से हैं-

एन्टीऑक्सिडेंट व एन्टी-इन्फ्लामेंट्री योगिकों की प्रचुर मात्राः

रोगमैंरी एन्टीऑक्सिडेंट व एन्टी-इन्फ्लामेंट्री यौंगिकों का एक समृद्ध स्रोत है। यह तत्व शरीर में प्रतिरक्षा प्रणाली को ताकतवर बनाने तथा रक्त परिसंचरण को सुगम बनाने में मददगार होते हैं। अनुसंधानों से ज्ञात हुआ है कि रोजमैंरी में पाये जाने वाले यह खास यौगिक शरीर से हानिकारक तत्वों को निष्क्रिय करने तथा उन्हें शरीर से बाहर निकालने में भी अहम भूमिका निभाते हैं। यह शरीर में नमक की मात्रा को भी संतुलित करने में मददगार होते हैं।

पाचन शक्ति को मजबूत करने में सहायकः

रोजमैंरी का सीमित मात्रा में दैनिक उपयोग आपकी पाचन शक्ति को बेहतर एवं दुरूस्त बनाने में सहायक है। यूरोपीय देशों में रोजमैंरी का प्रयोग अपच की समस्या का उपचार करने में किया जाता है।

याददाश्त व एकाग्रता को बढ़ाने में सहायकः

एक शोध के अनुसार रोजमैंरी की सुगंध किसी भी व्यक्ति में उसकी मानसिक एकाग्रता, उसके प्रदर्शन, गति व सटीकता में सुधार करने में सहायक है। यह व्यक्ति के मूड को भी कयी हद तक अच्छा रखने में सहायक है। इस विषय में विस्तृत अध्ययन Therapeutic Advances in Psychopharmacology देखें।

मस्तिष्क की सुरक्षा में सहायकः

वैज्ञातिकों ने अपने अध्ययन में पाया है कि रोजमैंरी का प्रयोग इंसानी मस्तिष्क (दिमांग) के लिए फादेमंद है। रोजमैंरी में कार्नोसिक ऐसिड नामक एक घटक उपस्थित होता है जो मस्तिष्क में मुक्त कणों से होने वाले नुकसान को रोकने में मददगार है। आज की तनाव व भाग दौड़ भरी जीवन शैली में रोगमैंरी का प्रयोग आपके लिए मांनसिक रूप में सुकूँन पहुँचाने वाला हो सकता है।

मस्तिष्क की उम्र बढ़ने से रोकने में सहायकः

कुछ अध्ययनों में पाया गया है कि रोजमैंरी का प्रयोग मस्तिष्क के बूढ़ा होने की गति को कम करता हैं। इसमें अल्जाइमर के खतरे को कम करने की विलक्षण क्षमता है, इस दिशा में शोध अभी जारी है।

कैंसर से सुरक्षा प्रदान करें:

Oncology Reports में प्रकाशित रिसर्च में पाया गया कि रोजमैंरी के कच्चे इथेनोलिक अर्क “crude ethanolic rosemary extract (RO)” ने मावन में ल्यूकेमिया तथा स्तन कार्सिनोमा कोशिकाओं के प्रसार को बढ़ने से रोका तथा उसकी गति को धीमा कर दिया।

एक अन्य प्रकाशित अध्ययन  Bioscience, Biotechnology and Biochemistry में निष्कर्ष निकला कि रोजमैंरी का प्रयोग एक एन्टी-इन्फ्लामेंट्री योगिकों एवं एन्टी-ट्यूमर ऐजैंट के रूप में किया जा सकता है। जो शरीर में कैंसर कोशिकाओं के निर्माण को रोकने में भी सहायक है।

रोजमैंरी की सुगंध आपके धरों को हानिकारक किटांणुओं व कीटों से भी सुरक्षा प्रदान करती है। इस लिए इसे घर में गमलों में लगाना भी लाभप्रद होता है।

रोजमैंरी का प्रयोग कैसे करें?

आप रोजमैंरी की शानदार चाय का लुफ्त उठा सकते हैं

  • रोजमैंरी का प्रयोग कच्चा एवं सुखाकर दोनों ही रूप में किया जा सकता है। आप इसकी 10 हरी पत्तीयों को एक कप गर्म पानी में कुछ मिनट उबालकर एक कप स्वादिष्ट व सुगंधित ग्रीन टी बनाकर पी सकते हैं जो आपको ऊर्जा और ताजगी से भर देगी।
  • आप इसकी कुछ कच्ची हरी पत्तीयों को बारीक काटकर अपने सलाद में मिलाकर या खाने को गार्निस कर खा सकते हैं, या फिर एक मसाले की तरह खाने में मिलाकर भी इसका प्रयोग कर सकते हैं।
  • इसी प्रकार इसे छायादार स्थान पर सुखाकर भी प्रयोग किया जा सकता है।
  • आप इसका अर्क निकाल कर भी प्रयोग में ला सकते हैं। लेकिन इस बात का ध्यान रखा जाना चाहिए कि इसका प्रयोग सीमित मात्रा में ही किया जाना चाहिए।
  • रोजमैरी की अत्यधिक मात्रा आपके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक भी हो सकती हैं। अतः एक बार में एक व्यक्ति रोजमैंरी के केवल 10 ग्राम हरी पत्तीयों या 15 ग्राम सूखी पत्तीयों या 5ml अर्क एक कप पानी में मिलाकर प्रयोग कर सकता है। एक व्यक्ति इस मात्रा के अनुसार रोजमैंरी का प्रयोग दिन में अधिकतम 5 से 7 बार कर सकता है।

आप रोजमैंरी को अपने घर में कैसे उगा सकते हैं?

  • रोजमैंरी को किसी भी स्थान अथवा जलवायु में उगाया जा सकता है। चूंकि यह एक सदाबहार पौधा है इसलिए इसका प्रयोग ताजा रूप में बारोमास वर्ष भर किया जा सकता है।
  • एक छोटे परिवरार की दैनिक आवश्यकता के लायक रोजमैंरी को 2 से 3 गमलों में आसानी से उगाया जा सकता है।
  • रोजमैंरी का पौधा एक बार लगाने के बाद सामान्य अवस्था में 3 से 5 वर्ष तक आपको लाभांवित करता है। लेकिन कुछ मामलों देखा गया है कि रोजमैंरी का पौधा 10 से 15 वर्ष तक भी जीवित रहा है।

घर में रोजमैंरी लगाने के लिए पौधा कहाँ से प्राप्त करें?

रोजमैंरी की नर्सरी

  • आप अपने घर में रोजमैंरी का पौधा लगाने के लिए अपने पास की किसी नर्सरी से इस पौधे को प्राप्त कर सकते हैं जो आपको 10 से 20 रूपये में आसानी से मिल जायेगा।
  • आप अब बेहतरीग गुणवत्ता की रोजमैंरी चाय व ड्राई रोजमैंरी हमारे ऑनलाइन हाट बाजार के लिंक में जाकर ऑनलाइन भी आर्डर कर सकते हैं। रोजमैंरी चाय व ड्राई रोजमैंरी ऑनलाइन आर्डर करने के लिए यहाँ पर क्लिक करें।

रोजमैंरी का व्यावसायिक उत्पादन कैसे किया जा सकता है?

  • यदि आप एक किसान या एक उद्यमि हैं और आप रोजमैंरी का अधिक मात्रा में व्यावसायिक रूप में उत्पादन करना चाहते हैं। तो इसके लिए आप तकनीकी सहायता, रोपड़ सामग्री, प्रशिक्षण आदि प्राप्त करने के लिए उत्तराखण्ड के नैनीताल जनपद में स्थित“अलख स्वायत्त सहकारिता” के अनुसंधान केन्द्र में आकर प्रायोगिक रूप में अथवा ऑनलाइन यह सुविधा प्राप्त कर सकते हैं। “अलख स्वायत्त सहकारिता” के बारे में अधिक जानकारी के लिए यहाँ क्लिक करें।

इसी प्रकार के जानकारी भरें आलेख पढ़ने के लिए हमारी वेबसाइट baatpahaadki.com पर लॉग इंन करें।

2 thoughts on “”

  1. The information is really helpful to me. First time I am reading this article and found accurate relevant information. Thanks for sharing such a useful information.

    Reply

Leave a Comment